Sunday, March 31, 2024

ख्वाबों में जब से तुम आने लगे


ख्वाबों में जब से तुम आने लगे (२)
कदम डगमगाए, ये होश उड़े जाए
ये दिल धड़का जाए, कुछ समझ न आए
ख्वाबों में जब से तुम आने लगे (२)

ऐसे ही कोई आता नहीं,
रिश्ता जरूर कुछ तो हैं,
हा आ आ आ आ
ऐसे ही कोई आता नहीं,
रिश्ता जरूर कुछ तो हैं,
कैसी ये उलझन हैं, किसको बताऊं
मैं कैसे बताऊं ऊं ऊं ऊं ऊं
ख्वाबों में जब से तुम आने लगे (२)

आते हो जैसे मेरे ख्वाबों में
मैं भी आती हूं क्या पिया
हा आ आ आ आ
आते हो जैसे मेरे ख्वाबों में
मैं भी आती हूं क्या पिया
रिश्ता ये दो तरफा हैं
या फिर अकेली हूं मैं इसमें
हा आ आ आ आ

ख्वाबों में जब से तुम आने लगे 

कदम डगमगाए, ये होश उड़े जाए

ये दिल धड़का जाए, कुछ समझ न आए

ख्वाबों में जब से तुम आने लगे (२)

Wednesday, March 9, 2022

मत पड़

This Song's tune is similar to the song, "तुझको क्या" of Ghulam (1999)

 Electric Guitar piece -  

 "Tino tin o tino tino

Tino tin o  tino tino

Tino tin o tino tino

Tino tin o tino tin" 


Heavy Metal piece:

  

"भाभाभा भा भाभा,

भाभाभा भा भाभा,

भाभाभा भा भाभा,

भाभाभा भा भा"


"म म म म मत कर" (2) 


"बेकार की बड़बड़ मत कर,

इस प्यार में प्यारे मत पड़,

चांदनी हैं चार दिनों की,

इस उल्ज़न में तू मत पड़" 


ओ बीड़ू,


"बेकार की बड़बड़ मत कर,

इस प्यार में प्यारे मत पड़,

चांदनी हैं चार दिनों की,

इस उल्ज़न में तू मत पड़"  


समजा बीड़ू....


एक था बेचारा मजनु,

लैला पे हो गया लट्टू ,

पत्थर से दे मारा,

लोगोंने, लोगोंने


रोमियो था दीवाना,

जुलुएट के पीछे वो भी,

फिरता मारा मारा,

हाथ न आया 'कुछ साला'(3),  


तू क्यों फिरे, 

दरबदर घूमे,

समज बी जा अब प्यारे, 


बेकार की बड़बड़ मत कर,

इस प्यार में प्यारे मत पड़,

चांदनी हैं चार दिनों की,

इस उल्ज़न में तू मत पड़


(नाक में से गाना हैं ये --)

बेकार की बड़बड़ मत कर,

इस प्यार में प्यारे मत पड़,

चांदनी हैं चार दिनों की,

इस उल्ज़न में तू मत पड़ 


(भूत की आवाज़ में - )

बेकार की बड़बड़ मत कर,

इस प्यार में प्यारे मत पड़,

चांदनी हैं चार दिनों की,

इस उल्ज़न में तू मत पड़


(अंत में original आवाज़ में -)


"बेकार की बड़बड़ मत कर,

इस प्यार में प्यारे मत पड़,

चांदनी हैं चार दिनों की,

इस उल्ज़न में तू मत पड़"(2)


"म म म म मत पड़" (4)


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Thursday, March 3, 2022

कहा हैं तू?

इंतज़ार क्यों न किया तूने,

सारे वादे तोड़ के रख दिये,

तेरे प्यारमें, मैं हो गया कुर्बान,

वख्त आने पर, न हुई मेहर्बान,

कितने अरमान, और कितनी आरजू,

क्या सोचा और निकली क्या तू,


कहाँ हैं तू?!?

जब चाहिए मुझे तेरा साथ

कहाँ हैं तू?!?


कहाँ हैं तू?!?

जब लेकर आना हैं मुझे बारात,

कहाँ हैं तू?!?


जब होनी हैं प्यार कि बरसात,

आ रहा ज़ज्बातों का सैलाब, 

सबने छोड़ा दिया हैं जब साथ,

नकली हो गए बेनक़ाब्,

ज़िन्दगी हो रही बर्बाद,

कहां हैं तू.....

कहाँ हैं तू

ला ला ला ला ला

ला ला ला ला ला

लाला, लाला

लाला, लाला


तेरामेरा था रिश्ता सुहाना,

दिवानी तू और मैं था दीवाना, 

कैसे हुआ ये अपना मिल जाना,

किस्मत थी या इत्तेफाक़् अंजाना,

किस लिए तूने बना दिया बेगाना,

इश्क़ का ये,क्या ये ही ठिकाना,



कहाँ हैं तू?!?

जब चाहिए मुझे तेरा साथ

कहाँ हैं तू?!?


कहाँ हैं तू?!?

जब लेकर आना हैं मुझे बारात,

कहाँ हैं तू?!?


जब होनी हैं प्यार कि बरसात,

आ रहा हैं ज़ज्बातों का सैलाब, 

सब ने छोड़ा दिया जब साथ,

नकली हो गए बेनक़ाब्,

ज़िन्दगी हो रही बर्बाद,

कहां हैं तू.....

कहाँ हैं तू


"ला ला ला ला ला

ला ला ला ला ला

लाला, लाला

लाला, लाला" (2)

कहाँ हैं तू.........

कहाँ हैं तू।


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