,
जैसे हुस्न का रूतबा,
रंग लाता हर पल,
हर रंग में जझबा (२)
ग्यारा बजे, गाडी में भागे, आतंकी दो,
मुंबई छब्बीस ग्यारा,
(रंग लाता हैं
रंग लाता हैं जझबा),
पुलिसवाले बीसियों, आ गये सामने,
जिगर किसी का, नहीं चला,
रंग लाता हैं जझबा,
उतने में पीछे से आया ओम्ब्ले ,
हां ओम्ब्ले,
पकड़ा उसने कसाब को गिरेबान से,
जूनून से,
गोलियां खायी छाती में पर
जकड़े रखा
मरने तक
दरिंदे को,
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
शहीद हुवे
पर ना छोड़ा
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
कर दिखाया
करिश्मा,
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
टाइगर हिल्स, कारगिल युद्ध, सन निन्यानवे
दुश्मन करे जबरदस्त ललकार
(रंग लाता हैं जझबा)
खडा हुवा एक जांबाज़, उसने अकेले ही
बीसियों का, किया संहार
(रंग लाता हैं जझबा)
जान खुद की दे दी मगर, न बक्शा किसी को
हां किसी को
खून से लथपथ हुवा बत्रा, पर चोटी पर
किया कब्ज़ा
लहराया तिरंगा
रंग लाता हैं जझबा
लड़ता रहा
मरते दम तक
(रंग लाता हैं जझबा)
बलिदान किया
तन और मन
देश की खातिर
रंग लाता हैं जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
किसी इश्क़ का जलवा,
जैसे हुस्न का रूतबा,
रंग लाता हर पल,
हर रंग में जझबा
(music pause)
रंग लाता हैं जझबा (३)
(music restart)
फर्क बनता हैं
ये जझबा ही
जीत और हार में
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
आँधियों का
रुख मोड़ दे
तख्तें पलट दे
रंग लाता हैं जझबा
रंग लाता हैं जझबा (३)
ओ ये ये
रंग लाता हैं जझबा (२)
रंग लाता हैं जझबा (२)
***********************************
जैसे हुस्न का रूतबा,
रंग लाता हर पल,
हर रंग में जझबा (२)
ग्यारा बजे, गाडी में भागे, आतंकी दो,
मुंबई छब्बीस ग्यारा,
(रंग लाता हैं
रंग लाता हैं जझबा),
पुलिसवाले बीसियों, आ गये सामने,
जिगर किसी का, नहीं चला,
रंग लाता हैं जझबा,
उतने में पीछे से आया ओम्ब्ले ,
हां ओम्ब्ले,
पकड़ा उसने कसाब को गिरेबान से,
जूनून से,
गोलियां खायी छाती में पर
जकड़े रखा
मरने तक
दरिंदे को,
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
शहीद हुवे
पर ना छोड़ा
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
कर दिखाया
करिश्मा,
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
टाइगर हिल्स, कारगिल युद्ध, सन निन्यानवे
दुश्मन करे जबरदस्त ललकार
(रंग लाता हैं जझबा)
खडा हुवा एक जांबाज़, उसने अकेले ही
बीसियों का, किया संहार
(रंग लाता हैं जझबा)
जान खुद की दे दी मगर, न बक्शा किसी को
हां किसी को
खून से लथपथ हुवा बत्रा, पर चोटी पर
किया कब्ज़ा
लहराया तिरंगा
रंग लाता हैं जझबा
लड़ता रहा
मरते दम तक
(रंग लाता हैं जझबा)
बलिदान किया
तन और मन
देश की खातिर
रंग लाता हैं जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
ओ ओ ओ (२)
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
किसी इश्क़ का जलवा,
जैसे हुस्न का रूतबा,
रंग लाता हर पल,
हर रंग में जझबा
(music pause)
रंग लाता हैं जझबा (३)
(music restart)
फर्क बनता हैं
ये जझबा ही
जीत और हार में
रंग लाता हैं ऐसा जझबा
आँधियों का
रुख मोड़ दे
तख्तें पलट दे
रंग लाता हैं जझबा
रंग लाता हैं जझबा (३)
ओ ये ये
रंग लाता हैं जझबा (२)
रंग लाता हैं जझबा (२)
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किसी इश्क़ का जलवा
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